MTNL ने ₹8,585 करोड़ का कर्ज नहीं चुका पाया, जिससे शेयर की कीमत 50 रुपये से नीचे गिर गई। जानें इस सरकारी कंपनी की वित्तीय स्थिति और नवीनतम अपडेट।
महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL), जो एक सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी है, ने सात सरकारी बैंकों को 8,585 करोड़ रुपये के कर्ज का भुगतान नहीं किया है। इसमें 7,794.34 करोड़ रुपये की मूलधन और 790.59 करोड़ रुपये की ब्याज राशि शामिल है। इस खबर के कारण कंपनी के शेयर की कीमत में गिरावट आई है।
मुख्य बिंदु:
डिफॉल्ट की अवधि: डिफॉल्ट अगस्त 2024 से फरवरी 2025 तक की होगी। इसमें यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक तथा इंडियन ओवरसीज बैंक शामिल हैं।
बकाया राशि की जानकारी इस प्रकार है:
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया: ₹3,733.22 करोड़
- बैंक ऑफ इंडिया: ₹1,121.09 करोड़
- पंजाब नेशनल बैंक: ₹474.66 करोड़
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया: ₹363.43 करोड़
- यूको बैंक: ₹273.58 करोड़
- पंजाब एंड सिंध बैंक: ₹184.82 करोड़
- इंडियन ओवरसीज बैंक: ₹2,434.13 करोड़
MTNL की वित्तीय स्थिति:
* MTNL का कुल वित्तीय ऋण लगभग 34,484 करोड़ रुपये है, जिसमें बैंक से लिया गया ऋण, संप्रभु गारंटी वाले बांड, और दूरसंचार विभाग से ब्याज भुगतान के लिए किए गए उधार शामिल हैं।
* कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024 के लिए 3,302 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा और 728.47 करोड़ रुपये की परिचालन आय का अनुमान लगाया है।
शेयर बाजार पर असर:
* MTNL के शेयर में हाल की खबरों के बाद 4.80% की कमी आई, जिससे यह 49.59 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया, जो 50 रुपये के स्तर से भी नीचे है।
यह डिफॉल्ट केवल MTNL के लिए नहीं, बल्कि सरकार के लिए भी एक महत्वपूर्ण चुनौती है। विशेष रूप से, वोडाफोन आइडिया ने FY25 के लिए 27,442 करोड़ रुपये का भारी घाटा घोषित किया है। इन दोनों कंपनियों की निरंतर समस्याएं सरकार पर वित्तीय दबाव बढ़ा रही हैं, और इससे यह स्पष्ट होता है कि सार्वजनिक एवं अर्ध-सार्वजनिक क्षेत्र में संघर्ष कर रही कंपनियों को पुनर्जीवित करना सरकार के लिए कितना कठिन हो रहा है।
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